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ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल द्वारा भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक दर्शा रहा है कि दुनिया भर में भ्रष्टाचार बड़े पैमाने पर पनप रहा है।

नन्द दुलाल भट्टाचार्य, हक़ीकत न्यूज़, कलकत्ता : ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल ( Transparency International ) ने वार्षिक भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक (Corruption perception Index -CPI ) के नवीनतम परिणाम जारी किए हैं । सूचकांक दुनिया भर के १८० (180) देशों और क्षेत्रों को उनके सार्वजनिक क्षेत्र के भ्रष्टाचार के कथित स्तर के आधार पर  शून्य (0) (अत्यधिक भ्रष्ट) से १०० (100) (बिल्कुल  साफ) के पैमाने पर स्कोर करता है। २०२३ (2023)  भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक (Corruption perception Index -CPI ) दर्शाता है कि दुनिया भर में भ्रष्टाचार बड़े पैमाने पर पनप रहा है। दो-तिहाई से अधिक देशों का स्कोर १०० (100) में से ५० (50) से नीचे है, जो स्पष्ट इंगित करता है कि उनमें भ्रष्टाचार की गंभीर समस्याएँ हैं। वैश्विक औसत केवल ४३ (43) पर अटका हुआ है, जबकि अधिकांश देशों ने पिछले दशक में कोई प्रगति नहीं की है या गिरावट आई है। और तो और २३ ( 23) देश इस वर्ष अब तक के अपने न्यूनतम स्कोर पर पहुँच गए हैं । ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के रिपोर्ट के  अनुसार न्याय प्रणालियों को कमजोर करने की अंतर्राष्ट्रीय वैश्विक प्रवृत्ति सार्वजनिक अधिकारियों के लिए जवाबदेही को कम कर रही है, जिससे भ्रष्टाचार को पनपने का मौका मिल रहा है। सत्तावादी (authoritarian) और लोकतांत्रिक ( Democratic ) दोनों  स्तर का नेतृत्व  न्याय प्रणाली को कमजोर कर रहे हैं जिसके चलते  भ्रष्टाचार को बहुत हद तक बढ़ने में समर्थन मिल रहा है और यहां तक कि अपराधियों के लिए परिणामों को समाप्त करके इसे प्रोत्साहित भी कर रहा है। रिश्वतखोरी और सत्ता के दुरुपयोग जैसे भ्रष्ट कृत्य भी दुनिया भर में कई अदालतों और अन्य न्याय संस्थानों में घुसपैठ कर रहे हैं। जहां भ्रष्टाचार आम बात है, वहां कमजोर लोगों की न्याय तक पहुंच बहुत ही सीमित है, जबकि अमीर और शक्तिशाली लोग आम और भले इंसानों की  कीमत पर पूरी न्याय प्रणाली पर कब्जा कर लेते हैं। भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक (Corruption perception Index -CPI ) पर उच्च रैंकिंग वाले देशों की अपनी स्वयं की एक समस्या है, भले ही यह उनके स्कोर में प्रतिबिंबित न हो। सीमा पार भ्रष्टाचार के कई मामलों में शीर्ष स्कोरिंग देशों की कंपनियां शामिल हैं जो विदेश में व्यापार करते समय रिश्वतखोरी का सहारा लेती हैं। शीर्ष स्कोरिंग देश अक्सर अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार के अपराधियों और उनके समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रहते हैं। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल ने सरकारों और राजनितिक नेताओं से यह अपील की है कि न्याय प्रणालियों को सभी भ्रष्टाचार अपराधों को प्रभावी ढंग से दंडित करने और सत्ता पर नियंत्रण और संतुलन प्रदान करने के लिए आवश्यक स्वतंत्रता, संसाधन और पारदर्शिता प्रदान की जाये जिससे एक न्यायपूर्ण और भ्रष्टाचार मुक्त दुनिया कायम हो सके।

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Nanda Dulal Bhatttacharyya

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पेशे से पत्रकार, निष्पक्ष, सच्ची और ज़मीन से जुड़ी रिपोर्टिंग का जुनून

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