हक़ीकत न्यूज़ डेस्क, बेतिया, बिहार : बिहार सरकार ऐतिहासिक बेतिया राज की लगभग 7,960 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति पर अधिकार करने पर विचार कर रही है। इस संपत्ति में 15,358 एकड़ भूमि है, जिसमें से अधिकतर हिस्से पर अतिक्रमण हो चुका है। सरकार इस भूमि के प्रभावी प्रबंधन और सुरक्षा के लिए विधानसभा के शीतकालीन सत्र में एक बिल पेश करने की योजना बना रही है। राजस्व बोर्ड के अनुसार, पश्चिमी चंपारण जिले में बेतिया राज की लगभग 66 प्रतिशत भूमि और पूर्वी चंपारण में 60 प्रतिशत भूमि पर अतिक्रमण है। राजस्व बोर्ड के अध्यक्ष के. के. पाठक के अनुसार, सरकार बेतिया राज की संपूर्ण संपत्ति को अपने कब्जे में लेने के लिए विधेयक लाने की दिशा में कार्य कर रही है। यह विधेयक पारित होने पर संपत्ति राज्य के राजस्व और भूमि सुधार विभाग के अधीन आ जाएगी, जिससे अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया को तेज किया जा सकेगा। बेतिया राज की संपत्ति का प्रबंधन वर्तमान में ‘कोर्ट ऑफ वार्ड्स’ द्वारा किया जाता है। राजा हरेंद्र किशोर सिंह की 1893 में मृत्यु के बाद उनकी संपत्ति की देखभाल उनकी पत्नियों के माध्यम से की जा रही थी, लेकिन महारानी जानकी कुंवर की संपत्ति प्रबंधन में असमर्थता के कारण कोर्ट ऑफ वार्ड्स को इसका प्रबंधन सौंपा गया। बिहार सरकार ने राज्य में भूमि रिकॉर्ड को अपडेट करने के लिए एक विशेष भूमि सर्वेक्षण अभियान भी चलाया है, जिसमें बेतिया राज की भूमि को चिह्नित कर अतिक्रमण से मुक्त कराने का निर्देश दिया गया है।
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