हक़ीकत न्यूज़ डेस्क, भोजपुर, बिहार : थावे थाने के अंतर्गत जगदीशपुर गांव में सोमवार सुबह हुई मॉब लिंचिंग की घटना की पुलिस ने गहन जांच शुरू कर दी है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह घटना किसी साजिश का परिणाम थी या नहीं, क्योंकि मृतक अपराधी और हमला करने का आरोप लगाने वाला दुकानदार, दोनों रामचंद्रपुर पंचायत के निवासी थे। पुलिस के अनुसार, मृतक अपराधी अभिषेक ठाकुर ऑर्म्स एक्ट के मामले में गिरफ्तार था और रविवार को जमानत पर रिहा हुआ था। वह जेल में बंद अपराधी मनोरंजन उर्फ गड़ासी के लिए काम करता था, जो पवन सिंह से जमीन विवाद के कारण गिरफ्तार हुआ था। जेल से छूटने के बाद अभिषेक ठाकुर जगदीशपुर गांव पहुंचा, जहां उस पर आरोप है कि उसने खाद दुकानदार पवन सिंह पर गोली चलाई, जिससे वह घायल हो गया। घटना के बाद भीड़ ने अभिषेक को पकड़कर पीट-पीटकर मार डाला। पुलिस मौके पर पहुंची और अभिषेक को अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने घटनास्थल से हथियार और कारतूस बरामद किए, जिन्हें अभिषेक का बताया जा रहा है। पुलिस ने घायल पवन सिंह को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ शुरू कर दी है। वहीं, पवन के रिश्तेदार प्रेम चंद्र ने बताया कि चार अपराधी दो बाइक पर आए थे और उन्होंने पवन पर फायरिंग की। पुलिस घटना की जांच के लिए एफएसएल टीम और तकनीकी इनपुट का उपयोग कर रही है। पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित ने कहा कि मामले के हर पहलू की जांच की जा रही है और जल्द ही कार्रवाई कर इस पर से पर्दा उठाया जाएगा।
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