हक़ीकत न्यूज़ डेस्क छपरा, बिहार : बिहार में शराबबंदी के बावजूद जहरीली शराब से मौतों की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। हाल ही में सीवान और छपरा जिलों में जहरीली शराब के सेवन से २६ (26) लोगों की मौत हो गई, जिनमें से सीवान में २० (20) और छपरा में ६ (6) लोगों की जान गई। इसके अलावा, गोपालगंज में भी एक परिवार के दो सदस्यों की हालत बिगड़ गई, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना के बाद से राज्य में शोक का माहौल है और कई अन्य लोग अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं। बिहार में शराबबंदी कानून के बावजूद अवैध शराब का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है। सरकार और प्रशासन इसे रोकने के प्रयासों में लगे हुए हैं, लेकिन इसके बावजूद आए दिन जहरीली शराब से मौत की घटनाएं हो रही हैं। विपक्ष ने इन मौतों को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी सरकार पर कड़ा प्रहार किया है, आरोप लगाते हुए कहा है कि शराबबंदी का कानून लागू होते हुए भी राज्य में अवैध शराब माफियाओं की गतिविधियाँ बेलगाम हो रही हैं। शराबबंदी कानून के प्रभावी कार्यान्वयन को लेकर राज्य सरकार ने कई कदम उठाए हैं, जिसमें सख्त प्रतिबंध, पुलिस द्वारा छापेमारी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शामिल है। फिर भी, जहरीली शराब के प्रकरण बार-बार सामने आना सरकार के प्रयासों पर सवाल खड़ा करता है और आम जनता के जीवन को खतरे में डालता है। ऐसी घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि अवैध शराब का कारोबार न केवल क़ानून व्यवस्था के लिए चुनौती बना हुआ है बल्कि यह एक गंभीर स्वास्थ्य संकट भी है।
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